मधुबन बापूधाम में एक फ्लैट का फर्जी आवंटन-पत्र जारी करने के मामले में बाबू शोभित शर्मा को जीडीए ने बर्खास्त कर दिया है। जांच में दोषी पाए जाने के बाद जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा के आदेश पर बाबू को बर्खास्त किया गया है। आरोपी बाबू पर एक व्यक्ति से 22.50 लाख रुपये लेकर एक फ्लैट का फर्जी आवंटन पत्र जारी करने का आरोप था।
जीडीए उपाध्यक्ष के मुताबिक जांच रिपोर्ट के आधार पर बर्खास्तगी की कार्रवाई से पहले आरोपी बाबू शोभित शर्मा को अंतिम बार अपनी बात रखने का अवसर दिया गया था। उनका कोई जबाव नहीं आनेे के बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई पूरी कर दी गई है। मधुबन बापूधाम आवासीय योजना में गोविंदपुरम निवासी ओमप्रकाश को 2013-14 में एक फ्लैट का आवंटन करने के मामले में आरोपी बाबू शोभित शर्मा ने 22.50 लाख जमा करवाए थे। समय-समय पर उन्हें रसीद भी मिलती रही। पीड़ित के बीमार होने व पैसों की जरूरत पड़ने पर जब रिफंड करवाने की मांग की गई तो मामला सामने आया। पीड़ित की पत्नी राजरानी के जीडीए सचिव संतोष कुमार राय से मिलने पर उन्होंने संपत्ति अनुभाग को तत्काल रिफंड करवाने के निर्देश दिए। लेकिन जांच में आवंटन-पत्र सहित सभी रसीदें फर्जी पाई गईं। इसके बाद आरोपी को सस्पेंड कर जांच अपर सचिव सीबी त्रिपाठी को सौंपी गई। अपर सचिव की जांच रिपोर्ट के आधार पर जीडीए उपाध्यक्ष ने बाबू को बर्खास्त करने के आदेश दिए हैं।
फर्जी आवंटन-पत्र जारी करने वाला बाबू बर्खास्त